Sunday, April 27, 2025

Rabindranath Tagore Biography in Hindi, (निधन 1941) रवींद्रनाथ टैगोर का जीवन परिचय

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Rabindranath Tagore Biography in Hindi: हिन्दी में रवींद्रनाथ टैगोर की जीवनी
अगर बंगाली साहित्य की दुनिया में किसी को सबसे महान कहा जाए, तो वह निश्चित रूप से रवींद्रनाथ टैगोर ही होंगे, जिन्हें हम सभी बहुत प्यार करते हैं। नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले बंगाली, रवींद्रनाथ टैगोर ने 2000 से अधिक गाने लिखे। उनके द्वारा लिखी गई अद्भुत कविताएं और गीत आज भी हर बंगाली के दिल को छू जाते हैं। रवींद्रनाथ टैगोर के कार्य “गीतांजलि” और “जीवन स्मृति” आज भी बंगालियों के मन में बसे हुए हैं।

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रवींद्रनाथ टैगोर की जीवनी

रवींद्रनाथ टैगोर कौन थे?

रवींद्रनाथ टैगोर एक बंगाली कवि, नाटककार, कथाकार, चित्रकार, अभिनेता, दार्शनिक, लघु कहानी लेखक थे। उन्हें “कविगुरु” और “विश्वकवि” जैसे विभिन्न उपाधियों से सम्मानित किया गया था। उन्होंने 1913 में अपने अंग्रेजी अनुवाद गीतांजलि के लिए साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीता। रवींद्रनाथ टैगोर सभी देशों, सभी समयों और सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं।

रवींद्रनाथ टैगोर का संक्षिप्त जीवन परिचय

NameRabindranath Tagore
birthday7th May 1861, Jorasanko Thakurbari, Kolkata
Guardian / Father and Mother Devendranath Tagore (father)Sardasundari Devi (Mother)
PseudonymVanusingh
SpouseMrinalini Devi
CareerPoet, Essayist, Novelist, Playwright, Musician, Storyteller
Notable essaysGitanjali, Rabindra Rachnabali, Gora, Amar Sonar Bangla, Home Away etc
Significant awardsNobel Prize (1913)
Death22 Shravan 1348 Bangabd / Eng- 7th August, 1941
Place of deathJorasanko Thakurbari, Kolkata

रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म

Rabindranath Tagore Biography: रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 (बंगाली कैलेंडर: 25 बैशाख 1268) को कोलकाता के जोरासांको में एक प्रतिष्ठित ब्राह्मण (ठाकुर) परिवार में हुआ था। यह परिवार 19वीं शताब्दी के साहित्य और संस्कृति का केंद्र था।

रवींद्रनाथ टैगोर के माता-पिता

Rabindranath Tagore Biography: उनके पिता का नाम महर्षि देवेंद्रनाथ टैगोर और माता का नाम शारदा देवी था। उनके दादा द्वारकानाथ टैगोर एक धनी ज़मींदार और समाजसेवी थे। टैगोर परिवार की संस्कृति और पिता की धार्मिक शिक्षा ने रवींद्रनाथ के व्यक्तित्व को गढ़ने में अहम भूमिका निभाई।

रवींद्रनाथ अपने माता-पिता की आठवीं संतान थे। जब वे केवल 14 वर्ष के थे, तब उनकी माता शारदा देवी का निधन हो गया।

रवींद्रनाथ टैगोर का बचपन

Rabindranath Tagore Biography: रवींद्रनाथ टैगोर का पालन-पोषण अनुभवी सेवकों द्वारा किया गया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उनके बड़े भाई और कुछ ट्यूटरों द्वारा हुई। उन्होंने कुछ समय के लिए विभिन्न स्कूलों में भी पढ़ाई की, लेकिन स्कूल की कठोर नियमावली और अनुशासन उन्हें पसंद नहीं आया, इसलिए उनकी शिक्षा की व्यवस्था घर पर की गई।

बचपन में, रवींद्रनाथ ने कोलकाता के ओरिएंटल सेमिनरी, नॉर्मल स्कूल, बंगाल अकादमी और सेंट जेवियर्स कॉलेजिएट स्कूल में अध्ययन किया, लेकिन वे स्कूल की पढ़ाई में ज्यादा रुचि नहीं रखते थे। वे प्रकृति के बीच, जोरासांको के घर के बगीचों या बोलपुर और पानीहाटी के प्राकृतिक वातावरण में अधिक सहज महसूस करते थे।

रवींद्रनाथ टैगोर की शिक्षा

Rabindranath Tagore Biography: 1873 में 11 वर्ष की उम्र में उनका उपनयन संस्कार हुआ। इसके बाद वे कुछ महीनों के लिए अपने पिता के साथ यात्रा पर गए। उन्होंने पंजाब के अमृतसर में सिख पूजा पद्धतियों का अध्ययन किया। फिर वे पंजाब के दालहौजी शैलशहर (अब हिमाचल प्रदेश) गए। वहां उन्होंने अपने पिता से संस्कृत व्याकरण, अंग्रेजी, खगोलशास्त्र, सामान्य विज्ञान और इतिहास का अध्ययन किया।

रवींद्रनाथ टैगोर की काव्य प्रतिभा बचपन से ही प्रकट हो गई थी। 13 वर्ष की उम्र में उनकी पहली कविता तत्वबोधिनी पत्रिका में प्रकाशित हुई थी।

रवींद्रनाथ टैगोर का विदेश में अध्ययन

Rabindranath Tagore Biography: 1878 में, वे उच्च शिक्षा के लिए लंदन गए। उन्हें बैरिस्टर बनने के लिए भेजा गया था, लेकिन वहां वे ज्यादा दिन नहीं रुके और पश्चिमी जीवनशैली, साहित्य, संस्कृति और संगीत की धुनें लेकर वापस कोलकाता लौट आए। उनके बड़े भाई ज्योतिरिंद्रनाथ की प्रेरणा से वे संगीत और साहित्य में अधिक रुचि लेने लगे। उन्होंने प्रसिद्ध बाल्मीकि प्रतिभा कविता लिखी।

रवींद्रनाथ टैगोर की युवावस्था

Rabindranath Tagore Biography: 1878 में, उनकी पहली पुस्तक कविकाहिनी प्रकाशित हुई। इसके बाद संध्या संगीत, प्रभात संगीत, चित्रा और गीत, कारी और कोमल, मानसी, सेना की कविताएँ जैसी कृतियाँ प्रकाशित हुईं। उनके प्रमुख काव्य संग्रह चित्रा, चैताली, कनिका, कल्पना, कथा ओ कहानी, नैवेद्य, खेया और गीतांजलि हैं।

1912 में, उनके काव्य संग्रह गीतांजलि का अंग्रेजी अनुवाद प्रकाशित हुआ, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली।

1915 में, ब्रिटिश सम्राट ने उन्हें “नाइट” की उपाधि प्रदान की, लेकिन 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोध में उन्होंने यह उपाधि लौटा दी।

रवींद्रनाथ टैगोर की राजनीतिक विचारधारा

Rabindranath Tagore Biography: टैगोर की राजनीतिक विचारधारा जटिल थी। 1890 में प्रकाशित मानसी काव्य संग्रह में उनके प्रारंभिक राजनीतिक और सामाजिक विचार व्यक्त किए गए थे। जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोध में उन्होंने ब्रिटिश सरकार को लिखा:
“मेरा विरोध मेरे भयभीत देशवासियों की मूक पीड़ा की अभिव्यक्ति है।”

उनका प्रसिद्ध गीत “एकला चलो रे” गांधीजी को विशेष रूप से प्रिय था। हालांकि, टैगोर और गांधीजी के बीच वैचारिक मतभेद भी थे।

रवींद्रनाथ टैगोर की रचनाएँ

टैगोर मूल रूप से एक कवि थे, लेकिन उन्होंने साहित्य के लगभग सभी क्षेत्रों में योगदान दिया। उनके प्रमुख कार्यों में शामिल हैं:

  • कविताएँ: गीतांजलि, मानसी, सोनार तारी, कल्पना, क्षणिका
  • कहानी संग्रह: काबुलीवाला, नष्टनीड़, स्त्रीर पत्र, देनापावना
  • उपन्यास: गोरा, घरे-बाइरे, चतुरंग, चोखेर बाली
  • नाटक: बाल्मीकि प्रतिभा, डाकघर, राजा, चित्रांगदा

विश्वभारती विश्वविद्यालय की स्थापना

Rabindranath Tagore Biography: 1913 में नोबेल पुरस्कार जीतने के बाद, उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा प्रणाली को विश्वविद्यालय में बदलने की योजना बनाई। 1921 में उन्होंने विश्वभारती विश्वविद्यालय की स्थापना की।

रवींद्रनाथ टैगोर की मृत्यु

Rabindranath Tagore Biography: अपने जीवन के अंतिम चार वर्षों में वे लगातार बीमार रहे। 7 अगस्त 1941 को कोलकाता के जोरासांको स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

अंततः, एक लंबी बीमारी के बाद, उन्होंने 7 अगस्त 1941 को जोरासांको निवास में अंतिम सांस ली। उनकी मृत्यु के समय उनकी आयु लगभग 80 वर्ष थी।

रवींद्रनाथ टैगोर की जीवनी हिंदी में – सामान्य प्रश्न (FAQ)

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर का उपनाम क्या था?

उत्तर: वनु सिंह (Vanusingh)।

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म कब हुआ था?

उत्तर: 7 मई 1861, जोरासांको ठाकुरबाड़ी, कोलकाता।

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर के पिता का नाम क्या है?

उत्तर: उनके पिता का नाम देवेंद्रनाथ टैगोर था।

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर की माता का नाम क्या था?

उत्तर: उनकी माता का नाम शारदा सुंदरी देवी था।

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर की पत्नी का नाम क्या था?

उत्तर: उनकी पत्नी का नाम मृणालिनी देवी था।

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर को नोबेल पुरस्कार कब मिला?

उत्तर: उन्हें 1913 में नोबेल पुरस्कार मिला।

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं?

उत्तर: उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ – गीतांजलि, रवींद्र रचनावली, गोरा, अमार सोनार बांग्ला, घर बाहिरे आदि।

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर ने विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना कब की?

उत्तर: 1921 में उन्होंने विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना की।

प्रश्न: कवि रवींद्रनाथ टैगोर को ‘नाइट’ की उपाधि किसने और कब दी?

उत्तर: 1915 ईस्वी में ब्रिटिश राजा ने उन्हें ‘नाइटहुड’ की उपाधि दी।

प्रश्न: रवींद्रनाथ टैगोर को नोबेल पुरस्कार किस काव्य रचना के लिए मिला?

उत्तर: गीतांजलि के लिए।

रवींद्रनाथ टैगोर की जीवनी हिंदी में

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